सुपन्यू देखी छयो
सुपन्यू देखी छयो जू पूरू ह्वैगे
आस कै छै जैकी, उ मेरू ह्वैगे
मन बोळ्नू छ उडणौ, नचणौ छमा छम्म
जग्वाळ मेरी पाठ पड़िगे
सजायूं सुपन्यू सच्चू ह्वैगे
मै...
बुरा सुपन्या
अचक्याल मैतैं बुरा-बुरा सुपन्य आणा छन
हाथ म लिन्यूं छ टिपड़ू पण्डा जि दिखेणा छन
सीधु साधु लाटु कालू बै बाबू कु भक्त छौं मै
ब्यौ...
निर्मोही बजार
नि लगदू मन हे मां
यै निर्मोही बजार मां
निठुरी घरती स्वार्थी मनखी
अबंेडु समाज नी छ कीमत जीवन की
हे मां
यै...
उकाळ उंदार
उकाळि उंदार्यों हिटदा-हिटदा थकिगे होलु
जरा सि थौ खयाल
मिठ्ठु बांज कि जड़्यों कु पाणि पियाल
जरा सि थौ खयाल
जंकदु जोड़दू रई भोगी नि सकी
दौड़दु भागदु रई...
मुसा रे मुसा
मुसा रे मुसा ,अलखणि मुसा
जै घर खांदु तु वै घर खोंदु
दोख्खि अघोरि तु कैकु नि होंदु
बैं बूति पुंगड़ी फसल जमै बढै
खांदि बत त्वैन मुसदुळा...
पैलित् यूँ आंख्यों म…….
पैलित् यूँ आंख्यों म बसी नी क्वी
देखि तेरी मुखड़ी त फेर नि देखि क्वी ।
मौळ्यार लै गई हैर्याळू कै गई
एक डाळी जमै त्वेन फेर...
ह्यूं हिमालै
ह्यूं हिमालै सि चम्म, सूरज अगासै सि दम्म,
गढ़ देस मेरु, उत्तराखण्ड मेरु
चम्म चमकणू रओ, दम्म दमकणू रओ!
अन्न धन्नै पुंगड़्यों, चखळ-पखळ रओ
लैंदा पाणी तुरसै कि...
अबीर गुलाल
ऐंसु फागूण इनु रंग लीक एै
जु गात हि ना मन भि रंगै द्यौ
अबीर गुलाल लगी, पिंगळू लाल लगी
फोंजि त फुंज्यैगे उड़िगे ध्वैयेगे
ऐंसु फागूण इनु...
आलि मेरि याद
आज रूसै क भिंगरैक,द्यू माया कू बुझैक
मन अंध्यारू कैक जाणि छै त ज,
पर, आलि मेरि याद,त्वै रूवालि मेरि याद
बगलि बसंती बयार आलि फुलू...