ह्यूं हिमालै
ह्यूं हिमालै सि चम्म, सूरज अगासै सि दम्म,
गढ़ देस मेरु, उत्तराखण्ड मेरु
चम्म चमकणू रओ, दम्म दमकणू रओ!
अन्न धन्नै पुंगड़्यों, चखळ-पखळ रओ
लैंदा पाणी तुरसै कि...
इ डांडि कांठि
इ डांडि कांठि रलि जब तलक
तेरि मेरि /मेरि तेरि
माया क गीत गालि तब तलक
इ डांडि कांठि रलि जब तलक
य सन्ता आज की नी...
जिकुड़ि म माया
जिकुड़ि म माया
जिकुड़ी म माया कु द्यू जगिगे
मैन त देख्याली,यूं आंख्यौं म देख्याली
मन मेरा भि माया कि झौळ लगीगे
मै भि देख्यााली,यूं आंख्यौं म देख्याली
खुटी...

















