Poetry

भाग

भग्यानु कु ज्यू होली हरसौणी मै रूवायौं सदानी आज भि रूवौणी य रात जुन्याळी मैक औंसि सि काळी उद्यौ भि नि ह्वै घाम अंछळ्यै गई खुलि भि नी...

Om Badhani

Om Badhani is a renown & Established Folk Singer Poet,Writer and Composer of Garhwal Uttarakhand  who is willingly & responsibily working for Garhwali Language,Litrature,Folk...

उमाळ

फेर उमळी उमाळ जिकुड़ि म तर खत्यैनि आंसु मुखड़ि म सरिन बादळ खुद क जिकुड़ि म बरख्या बादळ आंसु क मुखड़ि म तेरि माया कि कुटमुणि फूल...

नाचा

घुघता कि घोेली ये सुदिन सुबार आई नाच मन खोली ये ढोल दमौ मसक भकोंरा बजावा गाजा बाजा रांसु मण्डाण झुमैलो तांदी लाण आज...

स्येळि

मुखड़ि फूल सि खिलिगे होलि जिकुड़ि म स्येळि पड़िगे होलि मै खारू ह्वैग्यों माटम् मिलग्यों त क्य तु मुकुट सि मुंड म सजिगे होली प्रीत हारि, हारिगे त...

तेरि याद

आई तेरि याद, तब आई तेरि याद क्वी कुटमुणी जु देखि फूल बणदा क्वी भांैरू देखि फूल पर उड़दा तब आई तेरि याद कैकि गल्वाड़्यौं म एक लटुली...

अपड़ु कपाळ

मै पाड़ छौं इ ढुगां मेरा हाटगा छिन यु माटु मेरू मांस छ अर इ इाळि बुर्दि मेरि जुनखि छिन मेरू मान सम्मान ज्यू ज्यान छिन पर मेरा अपड़ा विराणा...

फौजि

जणि लियूं चा, अजाणम् लियूं छ भल्यां मा लियूं , चा औख्यांमा लियूं छ जन भी हो बस, चित बुझायूं छ फौजी छौं, सेवा धरम लियूं छ देस...

श्री देब सुमन

धन-धन बीर बेटा, गढ देस कु मान जीवन अछाणा धरी बाटु हमुक खणी ज्यूंदु रलु बलिदान राजसै म थई जन्ता त्रास म भारी पौण टोंटी बरा बेगार कि...

निर्भागि चैतु

चार पैसि हाथ म ऐन अर जिकुड़ि लगि कबळाण घत् लगदै पौंछिगे उमेदु क अचानक होटल म जख कच्चि अर मच्छि रतब्याणि तैयार ह्वै जांदिन चार दिन पैलि बड़ु नौनु बिमार...

कु होलु उ रंचणाकार

कै राजा कि होलि बयार,कै राजा कु पौन पाणी कै राजा कु मेघ होलु ,कै राजा कि बिजुलि राणी कु होलु उ रंचणाकार, जैन रंचि यु...

डांड्यों कौंला डेरू

छोड़ ईं दुन्यां यूं माया क जिदेरू हिट छान्यौं कौंला डेरू यख नी क्वी तेरू मेरू हिट छान्यौं कौंला डेरू ओडु घसारि कैकु, न बिज्वाड़ कुद्याई आवो बतावो क्वी,कैकु...

खित हैंसिक

वत खित हैंसिक बाट लगिगे मेरि जिकुड़ी अबाट धोळिगे ह्वैगे स्य जोन मै चकोर स्वाणा सुपन्यों क बग्वान मा झिल मिल ख्यालु क असमान मा उडणु छौं लगिन पंखूर कुमळाईं...

तेरि तसबीर

तेरि तसवीर देखि क चित बुझौणु छौं,यै मन पुळयौणु छौं यनि दिन कटेणा छन,रात बितौणू छौं तबारि सैंदिस्ठ एै जांदि,तबारि मूरत ह्वै जांदि घड़ेक रंगस्याळ्यै,तड़पांदि तरसांदि गाण्योैं क...

फूलदेई

फूलदेई फूलदेई - फूलदेई ऐगे फूल संगरांद सुफल करो नयो साल श्री भगवान उल्यारी झुल्यारी मुलक चळा गेैल्यों फुलुक रंगीळे फांगुण जैगे नाचदु मैनु चैत...

मायादार

मयादार आंखि सांकि,जिकुड़ि,मुखुड़ि मायादार त्वी छै माया की अन्वार खुटि पड़ी जथैं उथैं एैगे बसंत ऊं बाटा घाटौं फुलार मौळ्यार ढुंगा माटा गारौं मा मायादार त्वी छै माया...

मुसा रे मुसा

मुसा रे मुसा ,अलखणि मुसा जै घर खांदु तु वै घर खोंदु दोख्खि अघोरि तु कैकु नि होंदु बैं बूति पुंगड़ी फसल जमै बढै खांदि बत त्वैन मुसदुळा...

कुरमुरी

त्वैन उगळी सकि न मैन बोली सकि बात दबीं रैगे गेड़ बंधी रैगे मै कख रैग्यों, तू कख्ख रैगे घिच्चि  खुलि जांदि त भाग भी जुड़ि जाँदा सूर...

पेटेंट

अमणि ऊंन चैंळ अर मांड करैल्या पेटेंट भोळ हमारी डाळि बुर्दि जड़ि बुटि पर्छेंक हमारी बोलि भासा हमारी संस्कृति नितरसेंक कैं सि हमुतैं न करद्यौंन पेटेंट । काव्य संग्रह ”कुरमुरी” से एक...

मन भौंर

मन भौंर पापी रिंगि-रिंगि औंदु त्वै पर जुगत् जन्त जोड़ि हार्यों त्वै बिसरूं कनै रूपौ समोदर देखि बांदु कि डार लंगत्यार अणगाई अटकळी नी क्वी,खोजी एक तेरी...
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