बारामास

बारा मैनौ की छः होली रितु, । सूणो दिन य कस-कन बितो चैेत फुलारी डेळ्यों सजाला,बेटुला रम्म-झम्म मैतुड़ा आला । बैसाख मेळा थौळौं...

तुमारा बाना

अपड़ौ कि गाळी विराणौ कि छुईं खैनि तुमारा बाना ,सूणि तुमारा बाना कुटम्यौं कि रीस मुल्क क बोल सैनि तुमारा बाना,सुणी तुमारा बाना स्यूंद पाटी सजाई,नथुलि बिंदुली...

होरि

मुखड़्यौं म बसंत जिकुड़्यौं म उलार लेकि एैगे-एैगे होळी कु त्यौहार भांति-भांति की मिठै, रंगू कि छलार लेकि एैगे-एैगे होळी कु त्यौहार टल्खि फूलु कि ओढि मुल-मुल हैंसणी ब्यौलि...

बुरा सुपन्या

अचक्याल मैतैं बुरा-बुरा सुपन्य आणा छन हाथ म लिन्यूं छ टिपड़ू पण्डा जि दिखेणा छन सीधु साधु लाटु कालू बै बाबू कु भक्त छौं मै ब्यौ...

आतंकवाद

धर्म क नौ पर काम अधर्म का भुगतणी छ जन्ता,फल यूंका कुर्कमु का ऊं पछाणा भुलौं,ऊं पछाणा दिदौं सि न तुमारा, छन न हमारा छन बिबलाणा छन बाळा,लुल्यामार...

निर्भागि चैतु

चार पैसि हाथ म ऐन अर जिकुड़ि लगि कबळाण घत् लगदै पौंछिगे उमेदु क अचानक होटल म जख कच्चि अर मच्छि रतब्याणि तैयार ह्वै जांदिन चार दिन पैलि बड़ु नौनु बिमार...

मुसा रे मुसा

मुसा रे मुसा ,अलखणि मुसा जै घर खांदु तु वै घर खोंदु दोख्खि अघोरि तु कैकु नि होंदु बैं बूति पुंगड़ी फसल जमै बढै खांदि बत त्वैन मुसदुळा...

फौजि

जणि लियूं चा, अजाणम् लियूं छ भल्यां मा लियूं , चा औख्यांमा लियूं छ जन भी हो बस, चित बुझायूं छ फौजी छौं, सेवा धरम लियूं छ देस...

मायादार

मयादार आंखि सांकि,जिकुड़ि,मुखुड़ि मायादार त्वी छै माया की अन्वार खुटि पड़ी जथैं उथैं एैगे बसंत ऊं बाटा घाटौं फुलार मौळ्यार ढुंगा माटा गारौं मा मायादार त्वी छै माया...

स्येळि

मुखड़ि फूल सि खिलिगे होलि जिकुड़ि म स्येळि पड़िगे होलि मै खारू ह्वैग्यों माटम् मिलग्यों त क्य तु मुकुट सि मुंड म सजिगे होली प्रीत हारि, हारिगे त...