छत,कमरौं बटि फाइव स्टार मा पौंछि-गढ़वाळी कवित- ओम बधाणी
गढ़वाळी कविता यात्रा कु इतिहास भौत पुराणू छ पर कभि स्वानतः सुखाय अर साहित्य बढ़ौण का वास्ता लिखे जाण वाळी गढ़वाळी कविता आज भासा...
गंगा,माँ रूप मा पुजा ध्याणी रूप मा प्रेम – ओम बधाणी
नौनि त विराणू धन होंदि वींतैं सैंति पाळिक एक दिन विदा त करणू हि पड़दु, अर मैति वींका...
उत्तराखड आन्दोलन अर मै ( सस्मरण ओम बधाणी
बर्ष 1994 क अगस्त मैना कि बात छ पौड़ी बटी आरक्षण कु आन्दोलन अलग उत्तरख।ड राज्य क आन्दोलन क रूप म सुलगण लगी थौ,वे...
आह…..ऽऽऽऽऽऽऽ क्य रंगत औंदि छै बैसाख थौळु मा – ओम बधाणी
साक्यों बिटी सिंज्यूं पाळ्यों पोस्यूं सभ्यता संस्कृति कु झपन्याळू डाळूू विकास क औडाळा मा जड़ सि कनु उखड़ि जांदू , मिटि जांर्दु...
अंडुड़ी–ओम बधाणी
अंडुड़ी
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बाजूबंद गीत-एक संक्षिप्त परिचय – ओम बधाणी
बाजूबंद गीत-एक संक्षिप्त परिचय ...
प्यार का बुखार Garhwali हास्य Kavita by Harish Juyal “Kutaj”
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जय विशाल गढ़देशी की famous kavita का अंश उन्ही की जुबानी
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