गंगा माई

माथमी माई गंगा माई जय मां गंगे हर-हर गंगे जय हो धर्मी हो राजा भगीरथ महान तेरा परताप हमुन पाई यू बरदान शिव जटा...

नाचा

घुघता कि घोेली ये सुदिन सुबार आई नाच मन खोली ये ढोल दमौ मसक भकोंरा बजावा गाजा बाजा रांसु मण्डाण झुमैलो तांदी लाण आज...

निर्मोही बजार

नि लगदू मन हे मां यै निर्मोही बजार मां निठुरी घरती स्वार्थी मनखी अबंेडु समाज नी छ कीमत जीवन की हे मां यै...

याद आई

तेल बिना बातुली वाण बिना लगुली सि छौं त्वै बिना आज चिताई तु दुरू ह्वै त भारी याद आई हाथ बिना धगुली नाक बिना...

घ्यानमाळा

कालू भण्डारी होलू अनमतो धनमतो जोवनमतो भड , सुपन्यौं मां देखे वैन बांद ध्यानमाळ , चांदी की सेज देखी सोना का फूल , हिया सूरज देखी...

चम्बा(टिहरी) बटि उत्तरकाशी तक होण वाळा बैसाख क मेळा

य टीरि चम्बा बटि उत्तरकाशी तक होण वाळा बैसाख (संग्रांद बटि 16 गते तक) मेळों की सूची छ:- 1- छाम(टिहरी) - 01 गते बैसाख (संग्रांद) 2-...

आह…..ऽऽऽऽऽऽऽ क्य रंगत औंदि छै बैसाख थौळु मा

साक्यों बिटी सिंज्यूं पाळ्यों पोस्यूं सभ्यता संस्कृति कु झपन्याळू डाळूू विकास क औडाळा मा जड़ सि कनु उखड़ि जांदू , मिटि जांर्दु इं सच्चै...

बहुरंगी सांस्कृतिक विरासत का धनी “उत्तरकाशी”

उत्तराखंड के अन्य पहाड़ी जिलों के समान उत्तरकाशी भले ही आज विकास व समृद्धि की बाट जोह रहा हो, लेकिन...